आई पंथ और अपना सीरवी समाज
(#सामाजिक #समन्वय #चिंतन #मनन #ग्रुप :- 38)
साथियो आज हमारे समाज मे जो बिखराव है टुट फुट है उसमें किसी और का नहीं हमारा ही दोष है हम लोग बहुत जल्द ही दुसरों की बातों मे आ जाते हैं।
हम लोग कान के भी बहुत कच्चे हैं बिना ज्यादा सोचे समझें हम अपने लोगों की बजाय दुसरों की बताई बातों पर विश्वास कर बैठते हैं चाहे उससे कितना ही बुरा हो जाऐ लेकिन इस बात पर सोच विचार नहीं करते हैं ।हम अपनों की अच्छी बातों को भी नहीं मानते हैं।
साथियो सुनो सबकी लेकिन करो वही जो स्वहित और समाज हित मे हो कभी कभी जिस बात से अपना भला कम और समाज का नुकसान ज्यादा हो तो भी ऐसी बातों पर बहुत सोच विचार कर फैंसला करो।
एक बात और है सीरवी समाज मे सबसे ज्यादा एक दुसरे की तरक्की देखकर जलन यानी ईष्या। अगर कोई आगे बढ रहा है तो उसे और आगे बढ़ाओ हो सकता है कि उससे निजी फायदा ना मिले पर समाज का आदमी आगे बढ रहा है उसे देखकर दुसरों को प्रेरणा मिलती है। मैंने कुई जगह अनुभव किया है यदि कोई आगे जाना चाहता है तो लोग उसका सहयोग तो नहीं करते हैं टाँग खींचने मे लगे हुए रहते हैं ये केकड़ा प्रवृत्ति छोड़ो नहीं तो हम सब एक ही गढ्ढे मे पड़े रहेंगे कोई बाहर नहीं निकल सकेगा। यदि आप सहयोग नहीं कर सकते हो तो टाँग भी ना खीचो।
सोच बदलो साथियो सबकुछ बदल सकता है। जागो और जगाओ अपनी पहचान बनाओ सीरवी समाज को आगे बढ़ाओ सीरवी समाज फर्स्ट पार्टी सेकंड मुहिम को समझो और समझाओ
एक उद्देश्य एक ही नारा
आगे बढ़े सीरवी समाज हमारा।
निवेदक :-
आई पंथ और अपना सीरवी समाज (सामाजिक समन्वय चिंतन मनन ग्रुप)
सही बात है
ReplyDeleteसीरवी समाज में फुट दिखती है
छोटे विचार दिजीये ताकी हम उन विचोरो को जन जन तक फेला सके जय माता दी
ReplyDeleteWell
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